*मीरा सिंह 'मीरा'* आपको तो पता ही है कि सूरज बाबा की लाडली सर्दी रानी मायके आ गई हैं।अब जितने दिन भी रहेंगी, नखरा दिखाएंगी। लोगों को सताएंगी…
*ललित गर्ग* जिन महापुुरुषों को अपनी क्षमताओं पर विश्वास होता है वे ही वास्तविक धर्म के संस्थापक एवं सूत्रधार होते हैं। इसी वास्तविक और विशुद्ध धर्म क…
सिवनी। “पनघट की कविता मरी, मरे नदी के छंद, लूट लिया किसने मधुर झरनों का आनंद | जब तक है माँ-बाप की सिर पर शीतल छाँव, घर लगता मंदिर विजय, गोकुल …
*आशुतोष* अनेकता में एकता का देश फिर कैसे फैल रही द्वेष हाथो मे डंडे चेहरे पर आक्रोश दुहाई दे रहे संविधान की ध्ज्जियाँ उड़ाते कानून की। तोड फोड…
*ललित गर्ग* नागरिकता संशोधन कानून का जैसा हिंसक विरोध असम एवं पश्चिम बंगाल के बाद अब दिल्ली में हो रहा है उससे यही पता चल रहा कि अराजक तत्व उत्पात पर…
*नवेन्दु उन्मेष* देश में जल्लादों की कई वेराइटी हैं। एक वेराइटी वह है जो न्यायालय द्वारा सजा पाये अपराधी को जेल की काल कोठरी में फांसी के तख्त पर चढ़ा…
*प्रो.शरद नारायण खरे* प्यारी इक पोती मिली,बनकर के उपहार । मौसम मुस्काने लगा,खिलने लगी बहार ।। जीवन के ये पल मधुर,लाये खुशियां संग । आई देवी घर "…
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