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Home / Archive for अक्तूबर 2019
वातायन
वातायन जो विराजमान थे सबसे ऊपर अपनी गर्वीली नजरों से देखा करते सदा राजा की तरह वो वातायन जिनने भोगे सभी सुखद पल महल के उसकी चहल-पहल के....
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वो मेरे चंद गुनाहों की किताब रखता है
वो मेरे चंद गुनाहों की किताब रखता है नौसिखिया है, इश्क़ में हिसाब रखता है नींद आएगी नहीं उसे किसी भी सूरत में आँखों में बे - हिसाब मेरे ख्व...
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क्षणिक नहीं शाश्वत वर्तमान को ढूंढे़ं
हर व्यक्ति अपने भाग्य का निर्माता स्वयं है, क्योंकि वह स्वयं में एक शक्ति होता है, संस्था होता है, मिशन होता है। लक्ष्य स्पष्ट हो, उसको पाने...
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दीपावली पर्व
यह सर्वविदित है कि भारत त्योहारों का देश है | भारत भूमि पर 36 करोड़ देवी देवता निवास करते हैं | इसीलिए यहाँ का प्रतिदिन ही नहीं प्रतिपल भी उ...
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माटी का दिया
मैं हूं माटी का दिया , पंच तत्व से बनी , ,कुम्हार ने हाथों से ढाला। मैं हूं माटी का दिया। डर गई तूफानों से , लो थरथराने लगी , अपने अस्तित्व...
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लक्ष्मी माता आएंगी दीवाली के त्योहार पर
*विक्रम कुमार* सदियों से है कृपा उनकी पूरे इस संसार पर लक्ष्मी माता आएंगी दीवाली के त्योहार पर धन वैभव और सुख समृद्धि कमल पुष्प ले हाथ में र...
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महिलाओं की प्रतिभा को उचित सम्मान दे समाज
*डॉ नीलम महेंद्र* समय निरंतर बदलता रहता है, उसके साथ समाज भी बदलता है और सभ्यता भी विकसित होती है।लेकिन समय की इस यात्रा में अगर उस समाज की ...
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ज्ञान का प्रतीक है प्रज्जवलित दीपक
*संदीप सृजन* दीपावली का पर्व भारतीय सनातन परम्परा का लौकिक और अलौकिक पर्व माना गया है। लौकिक स्वरूप में जहॉ खानपान,वैभव और उत्साह का वातावरण...
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पांच पर्वों का संगम है दीपावली
*ललित गर्ग* दीपावली पांच पर्वों का अनूठा त्योहार है। इसमें धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और यमद्वितीया आदि मनाए जाते हैं। दीपा...
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घर ही नहीं, घट को भी रोशन करें
*ललित गर्ग* भारत को त्यौहारों का देश माना जाता है। दीपावली सबसे अधिक प्रमुख त्यौहार है। यह त्यौहार दीपों का पर्व है। जब हम अज्ञान रूपी अंधका...
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प्रेम करूणा दया और सद्भाव नहीं भूलूंगा
*विक्रम कुमार* कुछ भी हो इंसानियत का भाव नहीं भूलूंगा हमने बुजुर्गों को अपने पाया है वरदान में अपना मान भी बसा कनिष्ठों के सम्मान में भाषा...
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दीप जले
*मीरा सिंह "मीरा"* दिल से है दिल मिले , रिश्तों के दीप जले । छंट गया गम का कोहरा, आंखों में ख्वाब सुनहरा। तारे उतर आए जमीन पर, खिल...
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करतारपुर की राह में कांटे नहीं, फूल बिछाये
*ललित गर्ग* गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर आयोज्य करतारपुर की तीर्थ यात्रा की राह में पाकिस्तान सरकार द्वारा कांटे बिछाना न केवल दुखद...
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अशोक आनन का नवगीत
*अशोक आनन* उजियारे में- हम दिखे कभी न अंधियारे में ही हम सदा रहे। । सूरज न हो- जब भाग्य में हम दीये ही कुछ जलाएं । घरों में पसरे अंधेरे को ...
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अखिल भारतीय दर्शन परिषद का तीन दिवसीय 64वाँ अधिवेशन प्रारंभ
भारतीय ज्ञान परम्परा में हर समस्या का समाधान है : राज्यपाल श्री टंडन भोपाल। राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने आज आरसीवीपी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रब...
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मुफ्त बाँटने की होड क्यों एवं कब तक
*ललित गर्ग* भारतीय राजनीति में खैरात बांटने एवं मुक्त की सुविधाओं की घोषणाएं करके मतदाताओं को ठगने एवं लुभाने की कुचेष्टाओं का प्रचलन बढ़ता ह...
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दिवाली पर क्यों न खाएं मिठाईयां
*आर.के. सिन्हा* दीपोत्सव के आने में जब एक हफ्ता भी शेष नहीं बचा है, तब हमारे यहां जिस पैकेट बंद दूध को करोड़ों लोग पीते है उसकी गुणवत्ता को ...
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ऐसा एक दीप जलाऊं (दीप पर्व विशेष)
*राजकुमार जैन राजन* हर बरस की तरह स्मृतियों को स्पर्श करती चुपके -चुपके आएगी दिवाली की रात देने अंधकार को फिर मात इच्छा है इस दिवाली जला...
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खेल खेल में बनाया अनोखा संसार
कहते है कि इंसान अगर कुछ अलग करने की ठान लें तो फिर पीछे मुडकर नहीं देखता है । वह फिर उसमें लगातार कुछ न कुछ नयापन लाने में ही लगा रहता है ज...
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बैंकों से रुपया वापस लेना आसान है (व्यंग्य)
*डॉ दीपेंद्र शर्मा * धन किसी देश ही नहीं व्यक्ति की भी सबसे बड़ी सामर्थ्य है। अब यह सामर्थ्य घर बदल चुकी है। देश में आर्थिक लेन- देन हेतु कभी...
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प्रकृति ही देगी प्लास्टिक का हल
*डॉ नीलम महेंद्र* "आदमी भी क्या अनोखा जीव है, उलझनें अपनी बनाकर आप ही फंसता है, फिर बेचैन हो जगता है और ना ही सोता है।" आज जब प...
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नियम से जिए तो क्या जिए मजा तो नियम तोड़ने में है (व्यंग्य)
*संदीप सृजन* हम भारत के लोग हमेशा से नियम तोड़ने में विश्वास रखते है। नियम में रहे तो क्या जीवन। जीवन तो अलमस्त हो तभी मजा है। नियम तो वैसे ...
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